पशुओं में संक्रमण के कारण गाय, बैल और अन्य जानवर खुरी रोग से पीड़ित

गांवगांव शिविर लगाकर टीकाकरण अभियान चलाया जाए - किसानों कि मांग


किनवट/नांदेड, एम अनिलकुमार|
घरेलू पशुओं में संक्रमण के कारण गाय, बैल और अन्य जानवर खुरी रोग से पीड़ित हो रहे हैं इस कारण किसन फिर एक बार संकट में आया है, इस और पशु चिकित्सा अधिकारियों ने ध्यान देकर किनवट तालुका परिसर में फैल रही मवेशियो की खुरी बिमारी पर अंकुश लगाने के लिए गांवगांव शिविर लगाकर टीकाकरण अभियान चलाया जाए ऐसी मांग किसान द्वारा कि जा रही है.


प्रकृति के प्रकोप के कारण पहले हि किसान खेती उपज घटने कि चिंता से पहले किसान स्वयं को वित्तीय संकट में पा रहा हैं। वहीं अब गाय-बैल जैसे घरेलू पशुओं में भी खुर जैसी बिरमरी से संक्रमण होने से किसान हैरान हो गये हैं। कई जानवर खुर के रोग से संक्रमित हैं, जानवर खुर कि इस रोग से मरणे कि शंका किसानों में उत्पन्न हो गयी है. इसलिए, पूर्व सरपंच उत्तम नानू राठौड़ और पटवारी प्रकाश जाधव और दयाल धनोरा के किसानों ने मांग की है कि जानवरों को कुरी से बचाने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारियों को गांवों में शिविर लगाना चाहिए।

नांदेड जिले में किनवट आदिवासी इलाकों की तलहटी में रहने वाले गांवों में बड़ी संख्या में पालतू जानवर हैं। ये जानवर जंगल में चरने जाते हैं, चूँकि गाँव के कई जानवर वन क्षेत्र में आते हैं, इसलिए प्रभावित जानवर से अन्य जानवरों में संक्रमण की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग को तत्काल टीकाकरण अभियान चलाकर इस बीमारी पर अंकुश लगाना चाहिए। अन्यथा इस बीमारी से पशुओं के मरने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति किनवट तालुका के शिवानी इलाके में देखने को मिल रही है।

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