नांदेड़ में जिला परिषद और पंचायत अधिकारियों - करमियॉ के भ्रष्ट कारोबर के खिलाफ महिला संरपचने शुरु की भूख हड़ताल


नांदेड, एम अनिलकुमार|
नांदेड़ जिले के ग्राम इंजेगांव में जलजीवन मिशन योजना का काम ठेकेदार प्रथमेश पावड़े को दिया गया है, उन्हे दिया गया टेंडर रद्द कर नए सिरे से टेंडर निकाल जाना चाहिए। जल आपूर्ति शाखा के इंजीनियर वाडिकर ने महिला सरपंच को अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है और उन्हें दिए गए 2 चार्ज रद्द किए जाने चाहिए। इंजेगांव में कोई ग्राम पंचायत भवन नहीं है, कोई आंगनवाड़ी भवन नहीं है, कोई श्मशान भूमि नहीं है और स्कूल के लिए पर्याप्त कमरे नहीं हैं। 


इंजेगांव में 10 साल से दलित बस्ती और गांव में सड़क या नाली के लिए कोई फंड नहीं दिया गया है. इंजेगांव में निजी शौचालय को प्रस्ताव जमा करने के एक साल बाद भी लाभ नहीं मिल रहा है। इंजेगांव में मातोश्री पांदन रोड को प्रस्ताव जमा करने के 6 महीने बाद भी अनुमान नहीं मिल रहा है। मेरे गांव में बहुत ज्यादा अतिक्रमण हो गया है इसलिए मुझे 3 साल से एक अच्छा और समय पर काम करने वाला ग्राम सेवक नहीं मिल पाया है

इसलिये मेरे गांव में सही समय पर काम करने वाला कर्तव्यदक्ष ग्राम सेवक मिलना चाहिए, मवेशियों कस शेड कस लिये दिये गेये मेरे गाँव की फाइल नांदेड़ पंचायत समिति में खो जाते हैं और गलत वार्षिक योजनाएँ बनाई गई हैं। नांदेड़ पंचायत समिति के विस्तार अधिकारी मांजरमकर को उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए. वहीं नांदेड़ पंचायत समिति और मनरेगा कार्यालय के अधिकारी कभी भी समय पर उपस्थित नहीं होते हैं इन सब मांगो को लेकरं नांदेड़ जिला परिषद और पंचायत समिति के कुछ अधिकारियों - करमियॉ के मनमाने और भ्रष्ट कारोबर के खिलाफ महिला संरपच मुक्ताई नागनाथ पंचलिगे ने ९ मांगे लेकरं भूख हड़ताल शुरु की है, क्या इनकी मांगो कि और जिला परिषद प्रशासन ध्यान देगीं इस और सभी कि नजरे गाडी हुई है  

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