गोरे सेना के कार्यकर्तांओने सरकार को चेतावणी देकर उनकी प्रतिमाओ को जुते मार दहन करते हुए किया निषेध व्यक्त
नांदेड, एम अनिलकुमार| बुधवार 13 दिसंबर 2023 को नांदेड़ जिले के हिमायतनगर में गोरे सेना और सकल विमुक्त जाति (ए) के सभी लोगो ने हिमायतनगर में श्री परमेश्वर मंदिर परिसर के सामने शिंदे, फडनवीस, अजीत पवार और अतुल सावे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उनके पुतले जलाए। इस मौके पर कई कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक तौर पर सरकार का विरोध किया और कई मांगें कीं.
गोरसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर संदेश भाऊ चव्हाण के नेतृत्व में, नागपुर में शीतकालीन सत्र के दौरान विमुक्त जाति (ए) में कि जाणेवाली अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए पूरे महाराष्ट्र और भारत से बड़ी संख्या में समुदाय के सदस्यों ने जन आक्रोश मोर्चा निकलकर भाग लिया था। मोर्चा खत्म होने के बाद दोपहर 3.30 बजे गोर सेना की ओर से बयान देने का समय निश्चित किया गया था, लेकिन 3.30 बजे जब याचिकाकर्ता अपना बयान देने गए तो विधानमंडल में अतुलजी सावे (बहुजन कल्याण मंत्री) मौजूद थे, लेकिन उन्होने बयान स्वीकार करने के लिये समय नहीं दिया.
और किसी भी अन्य मंत्री ने उन्हें समय नहीं दिया, इस बात से सत्ता में रहणेंवाले मंत्रियों को समाज के प्रति उदासीनता का संकेत साफ दिखाई दिया है क्योंकि वे जानबूझकर पूरे महाराष्ट्र में स्थित 5 करोड़ वंचित जाति (ए) के लोगों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसलिए गोरे सेना और सकल विमुक्त जाति (ए) ने आज नांदेड जिले के हिमायतनगर में परमेश्वर मंदिर के सामने इस घटना का विरोध जताया. इस मौके पर शिंदे, फड़नविस, अजित पवार और अतुल सावे के पुतले शामिल कर जाते मारे गाये और उनके पुतले जलाए गए. इस मौके पर आकाश जाधव, सुनील चव्हाण, लखन जाधव, विशाल राठौड़, विजय महाराज, विनोद जाधव, अतुल राठौड़, शाम आडे, अंकुश चव्हाण, अंकुश जाधव, जगदीश जाधव, युवराज राठौड़, रोहित राठौड़, सुभाष चव्हाण, राजू राठौड़, कृष्णा राठौड़, बालाजी जाधव , मोनू आडे, विक्रम जाधव, अरविंद जाधव, पंडित राठौड़, धरमसिंद आडे, विलास आडे और बड़ी संख्या में गोरे सेना और सकल विमुक्त जाति (ए) समुदाय के युवा कार्यकर्ता सदस्य उपस्थित थे।