स्वच्छता का मुंबई पैटर्न राज्य के सभी शहरों में किया जाएगा लागू -मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

विशेष बच्चों के लिए मुंबई में दो और प्रारंभिक उपचार केंद्र किये जाएंगे शुरू


मुंबई|
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि विशेष बच्चों को विशेष देखभाल की जरुरत होती है। ऐसे बच्चों के लिए शुरू किए गए प्रारंभिक उपचार और पुनर्वास केंद्र के माध्यम से मुफ्त में उपचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका के अधिकारियों को मुंबई के पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में एक-एक केंद्र शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि ठाणे में भी एक केंद्र शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका के माध्यम से चलाया जा रहा 'संपूर्ण स्वच्छता अभियान' एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है और जल्द ही स्वच्छता का यह मुंबई पैटर्न राज्य के सभी शहरों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री शिंदे के करकमलों द्वारा रविवार को नायर अस्पताल के अंतर्गत बच्चों के लिए नवनिर्मित प्रारंभिक उपचार और पुनर्वास  (ईआईआरसीसी) केंद्र का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर मुंबई शहर जिला के पालक मंत्री दीपक केसरकर, मुंबई उपनगर जिला के पालक मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, स्थानीय विधायक रईस शेख, विधायक श्रीमती यामिनी जाधव, विधायक कालिदास कोलंबकर,एड.मनीषा कायंदे, पूर्व नगरसेवक दत्ता नरवणकर, यशवंत जाधव, बृहन्मुंबई महानगर पालिका की अतिरिक्त आयुक्त डॉ.अश्विनी जोशी, डॉ.सुधाकर शिंदे, उपायुक्त रमाकांत बिरादर आदि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के 'संपूर्ण स्वच्छता अभियान' की अवधारणा के तहत, आज वरली के डॉ. हेडगेवार चौक, आचार्य अत्रे चौक, माता रमाई आंबेडकर चौक, नायगांव के महाराणा प्रताप चौक और उसी तरह से नायगांव बीडीडी चाल परिसर के गांधी चौक पर चल रहे स्वच्छता के कार्य का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया और उन्होंने स्वयं हिस्सा लिया।

प्रारंभिक उपचार केंद्र शुरू करने का अनोखा समाधान

बच्चों के लिए प्रारंभिक उपचार केंद्र का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, यह केंद्र निजी उपचार केंद्रों से बेहतर है और महानगर पालिका कितना अच्छा काम कर सकता है, यह इस बात का अच्छा उदाहरण है। विशेष बच्चों की भी विशेष आवश्यकताएँ होती हैं, माता-पिता को उनकी परवाह होती है। इस केंद्र के माध्यम से ऐसे बच्चों का मुफ्त इलाज किया जाएगा और ऐसे दो केंद्र मुंबई पूर्व उपनगर में एकऔर पश्चिम उपनगर में एक शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा एक केंद्र ठाणे में भी शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रारंभिक उपचार केंद्र शुरू करने से बहुत ही अनोखी अनुभूति हो रही है। मुख्यमंत्री ने इस केंद्र पर बच्चों का इलाज कर रहे डॉक्टरों और कर्मचारियों की सराहना की।

स्वच्छता ही स्वस्थ रहने का मूलमंत्र है

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के संपूर्ण स्वच्छता अभियान की अवधारणा के तहत अब विभिन्न प्रशासनिक विभागों (वार्डों) में हर सप्ताह सफाई की जा रही है। मुख्यमंत्री स्वयं ही इस अभियान में हिस्सा ले रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, स्वच्छता स्वस्थ रहने का मूल मंत्र है। इसके कारण ही, मुंबई में संपूर्ण स्वच्छता अभियान अब एक जन आंदोलन बन गया है और इस  अभियान में स्थानीय नागरिक, स्कूली छात्र, गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ)  सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे हैं। इसके माध्यम से आसपास के प्रशासनिक विभागों की ह्यूमन रिसोर्स और सक्शन मशीन, एयर प्यूरीफायर मिस्ट मशीन जैसे आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करके सड़क की सफाई, सड़कों से मिट्टी हटाना, रिसायकल वाटर (पानी) से सड़कों की धुलाई, आंतरिक सड़कों, फुटपाथों, नालियों, सार्वजनिक शौचालयों आदि की सफाई की जा रही है। इस  काम के लिए एक हजार टैंकर किराये पर लेने का निर्णय लिया गया है। इस अभियान से नियमित सफाई कार्य में सुविधा हो रही है और आने वाले समय में इसके प्रत्यक्ष परिणाम देखने को मिलेंगे। मुंबई की सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा रहा है और सौंदर्यीकरण का काम तेजी से चल रहा है। हर चौक-चौराहों पर पौधा लगाया जा रहा है, अर्बन फॉरेस्ट (शहरी वन) के माध्यम से हरित क्षेत्र बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण मुक्त मुंबई के लिए इसका बड़ा लाभ होगा।

स्वच्छता कर्मचारी ही हैं असली हीरो

मुख्यमंत्री ने कहा, मुंबई को स्वच्छ, सुंदर, स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त बनाया जा रहा है। चूंकि स्वच्छता नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है, इसलिए स्वच्छता को प्राथमिकता दी जा रही है। मुंबई एक विश्व स्तरीय शहर है, इसलिए दुनिया में हर किसी की अपेक्षा के अनुरूप मुंबई को स्वच्छ और सुंदर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा और इस ही बल दिया जा रहा है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका के माध्यम से संपूर्ण स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि बस स्टॉप को साफ-सुथरा रखा जाए, डिवाइडरों में पेड़ लगाए जाएं, सड़कों को हर दिन धोया जाए, धूल उड़ने से रोकने के लिए निर्माणाधीन इमारतों को ढका जाए। सफाई कमर्चारियों को इस अभियान का नायक बताते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस अभियान में अधिकारियों के साथ-साथ बहुमूल्य भूमिका निभाने वाले सफाई कर्मचारियों की भी सराहनया की। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी ही इस अभियान के सच्चे नायक हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सफाई कर्मियों की कॉलोनियों में सफाई कराने का फैसला किया है और उनकी अन्य समस्याओं को भी दूर किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने नायगांव के बीडीडी चाल परिसर में नायगांव नवरात्रोत्सव मंडल के भवानी माता मंदिर का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से बातचीत करते हुए कहा कि पुलिस आवास और बीडीडी चाली को लेकर जल्द ही बैठक की जायेगी। इसके साथ ही कई वर्षों से प्रलंबित परियोजनाएं को भी सरकार की ओर से पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने यह भी विश्वास दिलाया कि मुंबई से बाहर गए मुंबईकरों को वापस मुंबई लाया जाएगा।

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