हिमायतनगर तालुका में तूफान बारिश और ओलावृष्टि हुई; प्रकृति ने किसानों के मुँह से निवाला छिना


हिमायतनगर/नांदेड,एम अनिलकुमार|
नांदेड जिले में आनेवाले हिमायतनगर शहर व ग्रामीण इलाके में शाम करीब साढ़े चार बजे तकरीबन आधा घंटा अचानक तूफान बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे कृषि फसलों को भारी नुकसान हुआ. जिससे प्रकृति ने किसानों के मुँह से निवाला छिना ऐसा किसान कह रहा है| मांग की जा रही है कि इस नुकसान का आकलन कराकर किसानों को तत्काल मदद दी जाए.


हिमायतनगर शहर और तालुका क्षेत्र में आज शाम तूफानी ताकत के साथ ओलावृष्टि हुई। सुपारी से भी बड़े आकार के ओलों के कारण कई लोग भागने लगे। जबकि चना, गेहूं, ज्वार, अरहर समेत अन्य कृषि फसलों को काफी नुकसान हुआ है. हिमायतनगर, जवलगाव, विरसनी, कामारी, सरसम समेत कई गांवों में ओलावृष्टि हुई है। आम के पेड़ पर लगा डंठल भी टूट कर गिर गया है जिससे आगामी दिनो में आम कि उत्पाद में कमी आणे कि संभावना जाताई जा रही है


कुल मिलाकर इस बेमौसम बारिश से किसान राजा एक बार फिर प्रकृति संकट में फंस गये हैं. रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे पहले तेज आंधी आई और उसके बाद ओलावृष्टि हुई, इस बार पहले खरकी बोरा और उसके बाद सुपारी की तऱहा ओलवृष्टी हुई और उसके बाद आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। कुल मिलाकर इस बेमौसम बारिश से किसान, व्यापारी और बाजार आए नागरिक ओलवृष्टी कि चपेट में आ गए.

आज रविवार को हिमायतनगर शहर और आसपास के सभी इलाकों में भारी बारिश हुई, भारी ओलावृष्टि से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. इस मामले को ध्यान में रखते हुए, सरकार को तुरंत हिमायतनगर तालुका में नुकसान से प्रभावित किसानों का पंचनामा बनाना चाहिए और किसानों को तत्काल सहायता प्रदान करनी चाहिए। यह मांग सामाजिक कार्यकर्ता शेख रफीक शेठ, सामाजिक कार्यकर्ता रामभाऊ सूर्यवंशी और दशरथ हेंद्रे ने की है.
 

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