डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का योगदान बहुमूल्य - राज्यपाल रमेश बैस

मुंबई| दुनिया भर के लोग भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को जानते हैं। देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है। ऐसा राज्यपाल रमेश बैस ने आज कहा। दादर चैत्यभूमि में भारतीय संविधान के निर्माता भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के 67वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल श्री बैस बोल रहे थे।

राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर एक महान शिक्षाविद् थे, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शोषित वर्ग को शिक्षा मिलनी चाहिए। वे वंचितों और बहुजनों को शिक्षा दिलाने के लिए काम करते रहे। पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी जैसी संस्थाओं के माध्यम से वह काम आज भी जारी है। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के लिए काम किया और महिलाओं को सम्मान दिलाया। इंदु मिल में भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का स्मारक बन रहा है और मुझे विश्वास है कि यह काम जल्द ही पूरा हो जाएगा। ऐसा राज्यपाल श्री बैस ने इस अवसर पर कहा।

भारत का संविधान संवैधानिक जीवन जीने का मार्ग - मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
 


डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा देश को दिया गया संविधान दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। इस संविधान के अनुसार भारतीय लोकतंत्र चल रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि भारतीय संविधान संवैधानिक जीवन जीने का मार्ग है।

मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने कानून, अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, सिंचाई, महिला नीति, शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नीतियां तैयार कीं और इन नीतियों में मानवीय विचारों को जोड़ा। इसीलिए देश की एकता, भाईचारे और एकात्मता के सिद्धांतों को बल मिला। संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है। सरकार ने आज की पीढ़ी को संविधान के महत्व को समझाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। सुप्रीम कोर्ट में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई। इसी तरह इंदु मिल में  दुनिया को आश्चर्यचकित करने वाले भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। इस स्मारक का निर्माण कार्य युद्धस्तर  पर चल रहा है। इसके साथ ही धर्मार्थ साधना प्रकाशन समिति के काम को भी गति दी गई है।

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान से भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत - उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस


भारत देश बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के पांचवें स्थान पर है। हम तीसरे स्थान पर आने की कोशिश कर रहे हैं। इसका श्रेय डॉ. बाबासाहब आंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को जाता है। भारत के संविधान ने सभी बहुजनों को न्याय दिलाने की व्यवस्था बनाई है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा मंत्री रहते हुए किया गया कार्य भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है। इंदु मिल में भारत रत्न डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर का भव्य स्मारक जल्द ही बनकर तैयार होगा। दीक्षाभूमि में 200 करोड़ के विकास कार्य प्रारंभ किए गए हैं। साथ ही लंदन में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का घर सरकार ने खरीद लिया है। इस संग्रहालय को देखने के लिए देश - विदेश के पर्यटक आते हैं। यह उपमुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने इस अवसर पर कहा।

इंदु मिल के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के स्मारक के लिए निधि की कोई कमी नहीं पड़ने नहीं दी जाएगी - उपमुख्यमंत्री अजीत पवार
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के इंदु मिल में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का विश्व स्तरीय भव्य स्मारक बनाया जा रहा है और इस स्मारक के लिए निधि की कमी नहीं होने दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने समाज में समानता और भाईचारा स्थापित करने के लिए सफलतापूर्वक संघर्ष किया। सर्वोत्तम संविधान बनाया। एक शिक्षाविद्, अर्थशास्त्री, जल विशेषज्ञ , कृषक, संरक्षणवादी के रूप में उनका काम अलौकिक है। वे एक दूरदर्शी प्रशासक थे। डॉ. भारत रत्न बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा प्रस्तुत की गई  'प्रॉब्लेम ऑफ रुपी’ प्रबंधन को 100 साल पूरे हो गए हैं। यह गर्व की बात है

स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का कार्य मार्गदर्शक एवं प्रेरणादायक है। उनकी स्मृतियों को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। बौद्ध पंचायत समिति की स्थापना डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने की थी। इस समिति के कार्यालय के लिए 25 करोड़ रुपए की निधि दी गई है और शीघ्र इस इमारत का काम पूरा होगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post