नांदेड जिले में तुलसी विवाह कि तैयारी जोरों पर

नांदेड| हिंदू धर्म में तुलसी माता और शालिग्राम भगवान के विवाह का आयोजन करना बेहद शुभ माना जाता है, इसके अलावा तुलसी विवाह संपन्न करवाने से कन्यादान के समान फल की प्राप्ति होती है. इसी उपलक्ष में नांदेड शहर में तुलसी विवाह के लिये लगणे वाली सामग्री कि विभिन्न दुकाने सजी है, विवाह कि सामग्री खरीददारी के लोगो कि भीड हो रही, विवाह सामग्री में गन्ना, फुल, आंवला के साथ विभिन्न पूजा कि सामग्री बाजार में उपलब्ध हुई है,उसासे नांदेड जिले में तुलसी विवाह कि तैयारी जोरों पर है


कार्तिक का महीना लोगों के लिए बहुत महत्व रखता है. कहा जाता है कि इस महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु चार महीने की निद्रा के बाद जागते हैं, उनके जागते ही सभी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं. इसके साथ ही हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को ही तुलसी और शालिग्राम भगवान का विवाह किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि तुलसी विवाह संपन्न करवाने से कन्यादान के समान फल मिलता है और मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं. जो व्यक्ति विधि-विधान के साथ तुलसी विवाह करता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही तुलसी और भगवान शालिग्राम का विधिवत पूजन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर में जीवन भर सुख समृद्धि बनी रहती है. इसके अलावा परिवार के लोगों पर किसी प्रकार का कोई संकट नहीं आता है.

ज्यादातर लोग कार्तिक माह की द्वादशी तिथि के दिन तुलसी विवाह करते हैं तो इस साल कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि की शुरुआत 23 नवंबर को रात 9 बजकर 1 मिनट से होगी और 24 नवंबर को शाम 7 बजकर 6 मिनट पर समाप्त होगा. इस दिन शाम 5 बजकर 25 मिनट से शाम 6 बजकर 4 मिनट प्रदोष काल का शुभ मुहूर्त बन रहा है. इसलिए इस मुहूर्त में भी लोग तुलसी माता का विवाह संपन्न करा सकते हैं.

.....नांदेड से एम अनिलकुमार कि रिपोर्ट

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