हिमायतनगर शहर के लंबित राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण अधूरे छोडने के कारण शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आने-जाने वाले नागरिक परेशान

नांदेड,अनिल मादसवार| नांदेड जिले के हिमायतनगर शहर में करीब छह माह से लंबित पड़े राष्ट्रीय राजमार्ग के अधूरे सडक निर्माण कार्य के कारण शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आने-जाने वाले नागरिक ठेकेदारों एवं इंजीनियरों की अक्षमता को लेकर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग पर आंशिक कार्य के कारण बरसात में कीचड़ और गर्मी में धूल से नागरिक व वाहन चालक थक चुके हैं। ठेकेदार ने शहर के पास पुल खोदकर रखा है इसका निर्माण भी घटिया तरीके से करते हुए बेड बनाते समय सामग्री को सीधे मुड़ी हुई मिट्टी में डाल दिया और कम गेज का लोहा उपयोग में लेकरं सरकार और आम जनता कि आंखो में धूल झोकने का काम किया जा रहा है।


केंद्रीय सड़क विकास मंत्री नितिन गडकरी ने धनोडा -माहुर-किनवट-हिमायतनगर-भोकर सड़क के लिए करोड़ों की धनराशि उपलब्ध कराई। स्वीकृत धनराशि से एक ऐसी सड़क जो भविष्य में 25 वर्ष तक चलेगी निर्माणाधीन सड़क गुजरेगी, भविष्य में दुर्घटनाएं नहीं होंगी इसके लिए शहर से फोर-वे रोड, रोड में  डिवाइडर, एमएसबी ऑफिस से लेकरं रेलवे ब्रिज तक फ्लाईओवर की मंजूरी दी गई। हालाँकि, राष्ट्रीय राजमार्ग पर काम कर रहे संबंधित ठेकेदार ने सड़क का निर्माण करते समय कुछ विशेष लोगों को खुश करणे के लिये सडक निर्माण में मनमानी कारोबार करते शहर की सड़क की हुए 10 फीट चौड़ाई कम कर दी। इतना ही नहीं राजनीतिक नेताओं के माध्यम से डिवाइडर को गायब कर फ्लाईओवर को रद्द करने का प्रयास किया गया। इस कारण आम जनता की मांग है कि हिमायतनगर शहर से डिवाइडर और फ्लाईओवर बनाया जाए.

अब तो ठेकेदार ने हिमायतनगर शहर से कोर्ट, तहसील की ओर जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क को अधुरा छोड़ कर अपमानजनक काम किया है। इसके कारण बरसात में कीचड़ और गर्मी में धूल निर्माण होती है। जब तालुक के नेता अपनी लग्जरी कारों के साथ इस सड़क से गुजरते हैं, तो उन्हें धूल नजर नहीं आती। लेकिन अधिकारी, कर्मचारी, आम नागरिक किसान जो कार्यालय के काम से आते-जाते हैं उन्हें धूल के कारण सांस संबंधी बीमारी होने का खतरा रहता है।

अधूरी सड़क और पुल के कारण नागरिक और व्यापारी बेहद परेशान हैं, और अगर वे राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाते हैं, तो सामने से आने वाले दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों को धूल के कारण वाहन दिखाई नहीं देते हैं, जिससे कई दुर्घटनाएँ घटित हो चुकी हैं। चूंकि कई शिकायतें कि गई किंतु इस मामले में कहीं शिकायत दर्ज नहीं होतीं, इसलिए देखने में आता है कि सडक निर्माण शाखा कार्यालय की ओर से सुरक्षा के लिहाज से कोई इंतजाम नहीं किया गया है. अब सभी दल के नेता एकजुट होकर हिमायतनगर को हाईटेक सिटी बनाने के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी के अनुसार फोर-वे रोड, फ्लाईओवर, रेलवे गेट ब्रिज और डी-वाडर बनाकर सड़क की चौड़ाई बढ़ाना जरूरी है अन्यथा  भविष्य में दुर्घटनाएं बढ़ेंगी...? ऐसा आम जनता का कहना है।

.....नांदेड से एम अनिलकुमार कि रिपोर्ट 

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