पशु बाँझपन निवारण अभियान को नांदेड़ में मिल रहा अच्छा सपोर्ट


नांदेड,एम अनिलकुमार|
पशुपालन विभाग के राज्यव्यापी पशु बाँझपन निवारण अभियान को नांदेड़ में अच्छी सपोर्ट मिल रहा है। पशुपालन विभाग के अधिकारी स्वयं गांव का दौरा कर गाय-भैंसों के बांझपन की जांच कर रहे हैं। इसके साथ ही पशुओं के लिए दवाइयां भी वितरित की जा रही हैं।


सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार भाकड़ और बांझ पशुओं को उत्पादन में लाने के लिए बांझपन निवारण शिविर आयोजित करने के लिए जिला परिषद और पंचायत समिति नांदेड़ के पशुपालन विभाग को निर्देश दिए गए हैं. इसी के तहेत नांदेड़ तालुका में भाकड़ और बाँझपन मवेशियों का इलाज कर उन्हें उत्पादन में लाने के लिए 30 नवंबर से नांदेड़ तालुका में पशु बांझपन निवारण शिविर शुरू किए गए हैं। नांदेड़ तालुका के जैतापुर, गुंडेगांव, वेनेगांव, विष्णुपुरी गांवों में पशु नसबंदी शिविर पूरा हुआ। यह शिविर शुक्रवार को नांदेड़ डिवीजन द्वारा वाघी गांव में आयोजित किया गया था। उक्त शिविर में 48 बंध्याकृत पशु, 20 गर्भावस्था जांच किये गये पशु, 4 कृत्रिम गर्भाधान किये गये पशु, 120 कृमि मुक्त पशु, कुल 192 पशुओं का उपचार किया गया। उक्त शिविर को सफल बनाने के लिए ग्रामीणों ने काफी मेहनत की.


नांदेड तालुका में यह शिविर 30 नवंबर से शुरू किया गया है और यह शिविर एक अभियान के रूप में 19 दिसंबर 2023 तक चलाया जाएगा. ऐसी जाणकारी जिला पशुपालन उपायुक्त डॉ. राजकुमार पाडिले, सहायक आयुक्त डाॅ. प्रवीण कुमार घुले, नांदेड़ तालुका पशुधन विकास अधिकारी अविनाश बुन्नावर, डॉ. सुनील बलवंतकर, डाॅ. उपेन्द्र गायकवाड, डाॅ. दीप्ति चव्हाण, पशुधन पर्यवेक्षक गजानन मठपति, विनायक पल्लेवाड, सविता सोनटक्के, पशुपालन विभाग के कर्मचारी शेख मकसूद, मालवतकर, जमदादे, कदम, अनिल वर्ताले और अन्य पशुधन कार्यालय कर्मचारी उपस्थित थे।

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