बारिश से नुकसान हुये नागरिको का सब्सिडी और राशन किट के लिए सीटू कलेक्टर कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन श्रृंखलाबद्ध भूख हड़ताल जारी


नांदेड़, एम अनिलकुमार|
में चार महीने पहले यानी जुलाई महीने में शहर के कई घर मूसलाधार बारिश की चपेट में आ गया था. जीससे नुकताच हुये नागरिको को मदत देने की मांग को लेकरं 28 जुलाई से अब तक सीटू लेबर यूनियन ने 12 बड़े विरोध प्रदर्शन किए हैं और बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत अनुदान राशि मंजूर कारवाई है. लेकिन कुछ नगरसेवकों और नगरपालिका बिल कलेक्टरों और लाठीयों ने जानबूझकर वास्तविक बाढ़ पीड़ितों को पात्र सूची से सार्थक कनेक्शन से बाहर कर दिया है। साढ़े छह हजार लोगों को अनुदान मिला है और इसमें 80 फीसदी नाम फर्जी लोगों के हैं।


इसका मतलब है कि बाढ़ पीड़ितों के बीच अनुदान वितरण में करीब छह करोड़ रुपये का गबन किया गया है. और यह भ्रष्टाचार जन प्रतिनिधियों और सर्वे स्टाफ की मिलीभगत से किया गया है. उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 56 और 57 के तहत कार्रवाई करने और उन्हें सेवा से निलंबित करने की मांग लगातार की जा रही है. नांदेड के जिलाधिकारी अभिजीत राउत ने आश्वासन दिया था कि सभी बाढ़ पीड़ितों को राशि वितरित की जाएगी. लेकिन निराश नगर पालिका तहसीदार नांदेड़ को अंतिम सूची सौंपने में देरी कर रही है। सीटीयू के महासचिव कॉमरेड गंगाधर गायकवाड़ ने कहा है कि जब तक अंतिम सूची और बाकी आवेदकों को अनुदान और राशन किट नहीं मिल जाता, तब तक सीटू का जीलाधिकारी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल का सिलसिला जारी रहेगा।

भूख हड़ताल की इस श्रृंखला में सैकड़ों बाढ़ पीड़ित शामिल हो रहे हैं और विधायक बालाजी कल्याणकर ने अपने दिवाली दौरे में जो वादा किया था वह विफल हो गया है. इस शृंखलाबद्ध भूख हड़ताल में कॉमरेड गंगाधर गायकवाड, कॉमरेड उज्वला पडलवार, कॉमरेड करवंदा गायकवाड, कॉमरेड लता गायकवाड, कॉमरेड सोनाजी कांबले, कॉमरेड मारोती केन्द्र के साथ कई पीड़ित भी मौजूद हैं. पिछले चार महीने से लगातार कलेक्टर से बाढ़ पीड़ितों पर ध्यान देने और राहत पहुंचाने की मांग की जा रही है. चार महीने पहले हुई भारी बारिश के कारण चल रही बेमौसम बारिश में भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सीटू की भूख हड़ताल जारी है।

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