इच्छुक संतान के बर्थडे उपलक्ष में अभिषेक व पूजा के लिये समिती कि और नामनिर्देश करें
नांदेड| पांडव-युग में निर्माण हुये कनकेश्वर झील के तट पर, हिमायतनगर (वाढोना) शहर से कुछ ही दूरी पर, इच्छापूर्ति श्री वरद विनायक और श्री कनकेश्वर महादेव मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना को कई साल हो गए हैं, मंदिर की सुंदरता को बढ़ाने का काम समिति द्वारा लगातार जारी है। इसलिए मंदिर की प्रसिद्धि दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। संकष्ट चतुर्थी, अंगारीका चतुर्थी, और हररोज दर्शन और मनोकामना की मांग लेकरं भक्त दर्शन को आते है, जिनकी मनोकामना पूर्ण हुई उन भक्त द्वारा यंहा चतुर्थी के दुसरे दिन महाप्रसाद का आयोजन किया जाता है।
वाढोणा शहर में स्थित वरद विनायक की मूर्ति लगभग डेढ़ सौ वर्षों के बाद निम के पेंड के नीचे उसी अवस्था में गर्मी, हवा और बारिश का अनुभव करती रही। 1978 के अवसर पर, तत्कालीन अवतार पुरुष श्री संत पाचलेगांवकर महाराज ने हिमायतनगर शहर का दौरा किया। उस समय ग्रामीणों की ओर से कनकेश्वर झील सहित मंदिर का जीर्णोद्धार करने की सूचना दि। उस समय गांव के गणेश भक्तों एवं क्षेत्र के किसानों ने श्रमदान किया। मंदिर का निर्माण गुरुवर्य लाखने महाराज, कांतागुरु अजेगांवकर की पहल पर शुरू किया गया था।
इस उद्देश को सफल बनाने के लिये यहां के छत्रपति शिवाजी गणेश मंडल के युवाओं ने गणेशोत्सव काल में अनाधिकृत व्यय से बचे हुए शेष राशि, सार्वजनिक पंजीयन एवं श्रमदान से बचत कर वरद विनायक का मंदिर बनावाया। अष्टकोणीय मनोकामना पूर्ण करने वाले वरद विनायक की एक विशाल मूर्ति को बड़ी कठिनाई से ले जाया गया और ऊँची पहाड़ी पर स्थित मंदिर में विधिपूर्वक स्थापित किया गया। आज यह मूर्ति सभी को आशीर्वाद दे रही है और गणेश उत्सव पर्व के दौरान इसी स्थान पर गणेश मूर्ति की पूजा-अर्चना- महाभिषेक, महाप्रसाद किया जाता है।
इस वर्ष समिती द्वारा साल भर के चतुर्थी का अन्नदान अभिषेक रिजर्वेशन किया गया है, किंतु और भी बोहत वरद विनायक गणेश भक्ती की अभिषेक व दर्शन का सौभाग्य मिले ऐसी अपेक्षा है, इस बात को ध्यान में लेकरं मंदिर समिती के लोगो ने इच्छापूर्ती वरद विनायक मंदिर में वर्ष के 365 दिन गणपती बाप्पा का अभिषेक व पूजा का नियोजन किया गया है। इस निर्णय सें अभिषेक व पूजा करणे की इच्छा रखणे वाले भाकतो को गणपती बाप्पा का अभिषेक और पूजा करणे का अवसर मिलनेवाला है। मंदिर कमेटी ने गणेश भाकतो को अनुरोध किया है की, जीस किसीं को वरद विनायक गणपती बाप्पा का अभिषेक पूजा करणी है, उन्होने अपने संतान के बर्थडे के उपलक्ष में गणपती बाप्पा मंदिर समिती की और नामनिर्देश कर पूजा अभिषेक का सौभाग्य प्राप्त कर ले।