महाप्रसाद कार्यक्रम के दौरान 1745 श्रद्धालुओं को जहर का असर हुवा; लोहा के अस्पताल में इलाज के लिए पर्याप्त जगह नहीं

नांदेड़, एम अनिलकुमार| जिले के लोहा तालुका के सावरगांव कोष्ठवाड़ी में एक चौंकाने वाली घटना घटी है, जहां संत बालुमामा सप्ताह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भगड़ और आमटी के महाप्रसाद से 1500 से 1745 भक्तों को जहरखुरानी का असर होणे का मामला सामने आया है. मंगलवार 6 फरवरी को महाप्रसाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. यह घटना उसी समय घटी जहरखुरानी के बाद ग्रामीणों को लोहा अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण मरीजों को नांदेड़ के सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. देर रात हुई जहरखुरानी की घटना के बाद हड़कंप मच गया है और फिलहाल सभी मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, नांदेड़ के लोहा तालुका के कोष्ठवाड़ी में दो दिनों से संत बालू मामा सप्ताह चल रहा है। आसपास के गांवों से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आए थे। मंगलवार को एकादशी पर दर्शन के लिए भीड़ लगी रही। एकादशी के अवसर पर भगड़ और आमटी का महाप्रसाद बनाया गया था। लेकिन चार हजार भक्तों ने यह प्रसाद ग्रहण किया जिसमें से 1745 भक्त को जहरखुरानी हुई। जिससे प्रसाद खाने वाले लोगों को मल्मली और उल्टी होने लगी तो, उन्हें लोहा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण एसटी के साथ निजी वाहन से भी नांदेड़ के अहमदपुर स्थित सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए मरीजों को भर्ती किया गया है.

इसके चलते देखा गया कि अस्पताल में काफी भीड़ थी. मरीजों में सावरगांव, कोष्ठवाड़ी, हरनवाड़ी, रिसनगांव, पेंडू, मुरंबी आदि गांवों के श्रद्धालु शामिल हैं. फिलहाल खबर है कि जहर के शिकार मरीजों की हालत स्थिर है. कलेक्टर अभिजीत राऊत ने बताया कि इलाज की प्रक्रिया जारी है और चूंकि पड़ोसी जिले में भी ऐसा ही घटना हुइ है, इसलिए प्रशासन के माध्यम से भी जांच की जा रही है.

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