तेलंगाना- महाराष्ट्र को जोडणे वाली महाराष्ट्र सीमा के वाशी घाट में सड़क का निर्माण कार्य कब शुरु होगा

बिना किसी की जान गंवाये इस सड़क का मसला हल नहीं होगा? यात्रा करने वाले नागरिकों का सवाल


नांदेड,एम अनिलकुमार| 
तेलंगणा महाराष्ट्र को जोडणे वाली महाराष्ट्र बॉर्डर रास्ते की बदहाली कब सुधारेगी ऐसा सवाल जनता पुछ रही है, बता दे की,तेलंगाना राज्य नांदेड़ जिले के हिमायतनगर तालुका में मौजे वाशी, दुधड, टाकराला, दरेसरसम, दगडवाड़ी आदि इलाके से केवल 10 से 15 किमी दूरी पर है। इस क्षेत्र में आने-जाने वाले नागरिक पिछले 10 वर्षों से गड्ढेदार सड़क से होकर गुजरने में नारकीय यातना झेल रहे हैं. इसके कारण यात्री और वाहन चालक बदहाल रस्ते से तंग आ गए हैं और नागरिकों की मांग है कि जन प्रतिनिधि तेलंगाना को जोड़ने वाली खतरनाक सीमा सड़क की मरम्मत और तुरंत सड़क के निर्माण पर ध्यान दें.



हिमायतनगर शहर से पारडी, एकघरी, वाशी होते हुए तेलंगाना तक जाने वाली सड़क की हालत बेहद खराब है। इस संबंध में कई बार खबरें प्रकाशित होने के बाद विधायक माधवराव पाटिल जवलगांवकर ने स्वयं जाकर सड़क का निरीक्षण किया और कहा कि इसके लिए 24 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं. उन्होंने कहा कि तेलंगाना सीमा तक सड़क बरसात से पहले पूरी हो जायेगी. अब जब दिवाली बीत गई है तो पारडी, एकघरी, वाशी के नागरिक सवाल पूछ रहे हैं कि रास्ता निर्माण कार्य कब शुरु होगा।

महाराष्ट्र के हिमायतनगर तालुका में पारडी के आगे बिरसा मुंडा चौक से तेलंगाना राज्य की ओर जाने वाली सड़क वाशी घाट की सीमा तक जानलेवा बन गई है। इस सड़क में गड्ढों के कारण आए दिन कई वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और छोटी-मोटी दुर्घटनाएं हो रही हैं। तेलंगाना निगम के बस चालक और यात्री हैरान हैं क्योंकि मानसून की बाढ़ के कारण घाट की सड़क बह गई है और पूरी गिट्टी बाहर आ गई है। क्या बिना किसी की जान गंवाये इस सड़क का मसला हल नहीं होगा..? यह सवाल नागरिक पूछ रहे हैं.

सड़क की समस्या के कारण महाराष्ट्र और तेलंगाना के नागरिकों को 50 से 60 किलोमीटर की दूरी यानी किनी पालज होकर जाना पड़ता है। इसलिए वाशी घाट से हिमायतनगर शहर तक सड़क का निर्माण जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। कम से कम अब स्वीकृत सड़क का काम शुरू कर तेलंगाना सीमा तक सीमेंट कंक्रीटिंग की जाए। साथ ही यह भी मांग की जा रही है कि घाट के दोनों ओर सुरक्षा बैरिकेडिंग लगाकर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये, ताकि कोई दुर्घटना न हो. नागरिक यह भी उम्मीद जता रहे हैं कि अगर यह सड़क बनती है तो इससे तेलंगाना-महाराष्ट्र के रिश्तों को मजबूत करने में मदद मिलेगी.

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