नांदेड/हिमायतनगर,एम अनिलकुमार| नांदेड जिले के हिमायतनगर तालुका में आनेवाले हिमायतनगर - सिरपल्ली प्रधानमंत्री सड़क का काम धीमी गति, ठेकेदार कि मनमानी और राजनीतिक नेताओं के अनदेखी के कारण निर्माण कि अवधी पूर्ण होणे के बावजुद सडक निर्माण, पुलिया और डामरिकरण का निर्माण कार्य अधुरा पडा है। इससे उखड़ी सड़कों पर कई दुर्घटनाएं हो रही हैं और सड़क कार्य की गुणवत्ता भी खराब हो गयी है। सड़क की खराब हालत से परेशान ग्रामीणों द्वारा आंशिक रूप से पूर्ण हुई फर्जी प्रधानमंत्री ग्रामसड़क सड़क की उच्च स्तरीय जांच कराने और ठेकेदार के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। रास्ते का निर्माण 15 दिसंबर तक पुरा नहीं किया तो जनता को लेकरं आंदोलन किया जायेगा ऐसी चेतावणी एक मेमोरेंडम नागोराव शिंदे व उनके सहयोगी ने जिला इंजिनियर को दिया है। आपको ज्ञात हो की, इस प्रधानमंत्री सडक मामले मे आठ दिन पूर्व न्यूज फ्लॅशने की न्यूज उजागर कर पर्दाफाश किया था।
विदर्भ - मराठवाडा सीमा को जोडणे वाले नांदेड जिले के हिमायतनगर तालुका में 11.990 किमी सड़क सुधार के लिए प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से 730 लाख रुपये का फंड उपलब्ध कराया गया था। साथ ही 5 साल तक रखरखाव और मरम्मत के लिए 50 लाख रुपये का फंड दिया गया है. सड़क कार्य का उद्घाटन सांसद हेमंत पाटिल ने विधायक माधवराव पाटिल की उपस्थिति में 7 जनवरी 2022 को शुरू किया। उक्त कार्य औरंगाबाद के ठेकेदार एमएस सिद्दीकी के माध्यम से कराया जा रहा है। हालांकि, ठेकेदार ने धीमी गति और खराब तरीके से काम शुरू किया था, इसलिए २ साल के बावजुद सडक निर्माण काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
इस कारण सड़क का कार्य अधर में है और नागरिकों को इस गड्ढेदार व उबड़-खाबड़ पथरील सड़क व अधुरा पुलिया से आने-जाने में जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. अब तक इस सड़क के अधूरे काम के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और एक महिला की जान भी जा चुकी है. जबकि इस क्षेत्र के संबंधित इंजिनियर उक्त सडक निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए कदम क्यों नही उठा रहे हैं। यह सवाल पलसपुर सहित इस क्षेत्र के विभिन्न गांवों के नागरिकों ने उठाया है। इस क्षेत्र इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता नागोराव शिंदे ने संबंधित इंजिनियर और जिला परिषद विभाग को मेमोरेंडम देकर 15 दिसंबर तक रास्ता निर्माण कार्य जीसमे पुलिया, डामरिकरण को सुरूवात करने की अवधी दि है, उसके बाद ग्रामवासी नागरिको के साथ रास्ते पर उतरकर ठेकेदार व रास्ता निर्माण विभाग के विरोध में जनआंदोलन किया जायेगा बाद होणेवाले परिणाम की जिममेदारी संबंधित विभाग पर होगी ऐसा भी लिखा है।