जगत्याल| प्रति वर्ष आणेवाले कार्तिक पूर्णिमा को मद्दे नजर रखते हए, श्री वैष्णव भकतो का धर्मपुरी मे मेला लगा था, कार्तिक पूर्णिमा तारीख 26 रोज रविवार को धुमधाम से मनाया गया है, पूर्णिमा के उपलक्ष लक्ष दीप लगाकर मंदिर परिसर और पाणी के कुंड जगमगाया गया था।
तेलंगणा के जगत्याल जिले में आनेवाले धर्मपुरी तीर्थक्षेत्र पर नाशिक से निकाली हुई मां गोदावरी नदी का आगमन होता. है इसी के थोडी दुरी पर इस गोदावरी नदी में तीन नादियो के संगम होणे से और इसी ग्राम में भगवान श्री नृसिंह का ऐतिहासीक मंदिर होणे से इस किनारे पर बसे धर्मपुरी गावं को विशेष महत्व प्राप्त हुवा है।
इसी गोदावरी नदी के किनारे पर बसे धर्मपुरी ग्राम में भगवान श्री लक्ष्मी नृसिंह का अती प्राचीन मंदिर है, याहा पर हजारो भक्तगण अपनी मनोकामना पूर्ण करणे और भगवान श्री नृसिंह स्वामीजी का दर्शन करणे आते है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भगवान श्री लक्ष्मी नृसिंह स्वामी मंदिर दर्शन को विषेश महत्व प्राप्त होता है, तेलंगणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, विदर्भ के दुरदराज से भक्त यहा आते है, पूर्णिमा केएक दिन पूर्व उपस्थित होकर गंगास्नान कर गिले कपडे मे भगवान श्री लक्ष्मी नृसिंह स्वामी अभिषेक, महापूजा कर भोग चढाते है, कुछ भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण करणे के लिये विगत सेकंडो सालो से प्रति वर्ष दर्शन की प्रथा निभाते हुये दिखाई देते है|