अवध में रामलल्ला विराजमान; हिमायतनगर के श्रीराम चरित्र मानस कथा मे भी राजाराम का राज्याभिषेक


नांदेड, एम. अनिलकुमार|
जिले में अनेवाले हिमायतनगर शहर के प्रसिद्ध श्री परमेश्वर मंदिर मे श्रीराम लला मूर्ती प्रतिष्ठापना उपलक्ष पर भव्य दिव्य तयारी विगत कई दिनो से की गई, आज वह दिन आ गया जीस दिन का सभी को इंतजार था, सोमवार के शुभ अवसर पे अयोध्या में रामलल्ला विराजमान हुये। इस उपलक्ष पर हिमायतनगर के श्री परमेश्वर मंदिर में तारीख 16 जनवरी से श्रीराम चरित्र मानस कथा का आयोजन कि गई थी । आज तारीख 22 रोज अवध मे प्रभू राजाराम विराजमान होरहे थे, उसी दिन हिमायतनगर शहर में आयोजित श्रीराम चरित्र मानस कथा मे भी राजाराम का राज्याभिषेक हुआ है।


इस शुभ अवसर पर हिमायतनगर के श्री परमेश्वर मंदिर से लेकर शहर के मुख्य मार्ग से भव्य कलश यात्रा निकाली गई, इस शोभायात्रा में हजारो की तादाद में महिला शामिल हुई थी । शोभा यात्रा में सबसे आगे बँड बाजा नगाडे और पीछे राजा सिताराम की झाकी उनके पीछे सर पर कलश लिये महिला शोभायात्रा मे शामिल हुई थी। शोभा यात्रा शहर के प्रमुख कोने में आनेपर बँड बाजे की धून और राजा श्रीराम के आगमन गितो की आवाज पर युवा महिलाओ ने डांस, फुगडी खेलते हुये और पटाखो की आतिषबाजी में स्वागत किया।

शहर के 16 मंदिरो में प्रभू श्री राजाराम के आगमन का जल्लोषपूर्ण वातावरण के साथ स्वागत किया गया, शोभायात्रा शहर मे आनेवाले है इसलिये शहर के सभी नागरिकोणे सुबह उठकर आंगण मे रंगोलीया डाल के शोभायात्रा के स्वागत की तयारिया की थी, शोभायात्रा शहर के सराफा लाईन, बजरंग चौक, छत्रपती शिवाजी चौक, माता कालिंका मंदिर, दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर, गणपती मंदिर, श्रीराम मंदिर, लकडोबा हनुमान मंदिर और वापीस श्री परमेश्वर मंदिर आई। जगह जगह शोभा यात्रा में शामिल भाकतो को पेयजल, सरबत, प्रसाद और महाप्रसाद वितरीत किया गया, और काई लोगो ने शोभा यात्रा पार पुष्पवर्षा कर राजा श्रीराम के आगमन का आनंद व्यक्त किया।

शोभा यात्रा वापीस श्री परमेश्वर मंदिर में आने पर आयोध्या मे श्री रामलल्ला मूर्ती स्थापना , अभिषेक कार्यक्रम का लाईव्ह टेलिकास्ट दिखाया गया, इस अवसर पे जय श्रीराम,, जय जय श्रीराम नाम की गुंज से शहर गुंज उठा था। इस शोभायात्रा मे हजारो की ताजा मे महिला और पुरुष तथा युवा बालक शामिल हुए थे, आज श्रीराम कथा का भी समापन होने के कारण शहर के मुख्य मार्ग पर दोन और से भगवे ध्वज और पताका लगाये जाने से शहर भगवा हुवा चित्र दिखाई दिया, जीसे देखकर श्रीराम लला के आगमन में शहर में दिवाली जैसा माहोल निर्माण हुवा था।

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